राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद ढाई महीने तक बिना राजा की फौज की तरह व्यवहार कर रही कांग्रेस में अब MUMMY RETURNS हो गई हैं। राहुल की मम्मी सोनिया की फिर से अध्यक्ष पद पर वापसी हो गई है। हालांकि सोनिया अभी कार्यकारी अध्यक्ष बनी हैं और नियमित अध्यक्ष के चुनाव तक पार्टी की बागडोर वही संभालेंगी। दिल्ली में शनिवार को CWC यानी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में दोपहर बाद तक कोई फैसला नहीं हो सका था और अधिकांश सदस्य राहुल गांधी से इस्तीफा वापस लेने की मांग करते रहे। राहुल गांधी ने इस्तीफा वापस लेने से इनकार कर दिया और राहुल और सोनिया बैठक छोड़कर चले गए और यह कहा कि गांधी परिवार का कोई सदस्य कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनेगा वहीं उनकी अध्यक्ष के चुनाव में कोई दखलंदाजी भी नहीं होगी। शाम को फिर CWC की बैठक हुई और बैठक में सर्वसम्मति से 3 प्रस्ताव पास किए गए जिसमें राहुल के नेतृत्व की तारीफ की गई और दूसरे प्रस्ताव में राहुल गांधी से अध्यक्ष पद नहीं छोड़ने की अपील की गई लेकिन राहुल ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया बाद में सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव किया गया। आपको बता दें कि सोनिया गांधी ने इससे पहले 1998 में कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी और 2017 तक सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष बने रहने का रिकॉर्ड बनाया था। सोनिया का कार्यकाल काफी सफल कार्यकाल बताया जाता है जिसमें 2004 से 2014 तक दस साल तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार केंद्र में रही थी। 2017 में राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राहुल ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अब एक बार फिर सोनिया गांधी की अध्यक्ष के रूप में वापसी हुई है और नियमित अध्यक्ष के चुनाव तक वो अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि कांग्रेस में नियमित अध्यक्ष का चुनाव कब होगा?