पिछले पंद्रह सालों से मध्यप्रदेश की सक्रिय राजनीति से बाहर रहे दिग्विजय सिंह एक बार फिर सक्रिय नजर आ रहे हैं। इस बार दिग्विजय सिंह के साथ उनकी पत्नि अमृता सिंह भी कंधे से कंधा मिलाकर घूम रही हैं। माना जा रहा था कि भोपाल सीट से लोकसभा का चुनाव हार जाने पर दिग्विजय सिंह साइडलाइन हो जाएंगे लेकिन दिग्विजय सिंह ने भोपाल नहीं छोड़ा और अब हर राजनैतिक कार्यक्रम में नजर तो आ ही रहे हैं, राजनीति से जुड़ा कोई मुद्दा भी नहीं छोड़ रहे हैं। उनकी पत्नी अमृता सिंह भी उनके साथ सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं। बल्कि कई जगह जहां दिग्विजय सिंह नहीं जा पाते वहां अमृता सिंह जाकर उन्हें रिप्रजेंट कर रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दिग्विजय सिंह सीएम कमलनाथ की मदद करने में लगे हैं और चूंकि इन दिनों कमलनाथ परेशान हैं इसलिए दिग्विजय सिंह भोपाल में रुककर पार्टी और सरकार के बीच समन्वय बनाने में लगे हैं। हाल ही में दिग्विजय ने नेशनल कैपिटल रीजन NCR की तर्ज पर भोपाल मेट्रोपोलिटन रीजन (बीएमआर) बनाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ से एलान करा दिया। यही नहीं चाहे कंप्यूटर बाबा को नर्मदा न्यास का अध्यक्ष बनवाना हो या कमलनाथ का विधायक के रूप में शपथ ग्रहण, हर कार्यक्रम में दिग्गी राजा एक्टिव रूप से नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि दिग्विजय सिंह ने अब निकाय चुनाव की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। दिग्विजय के बंगले पर इन दिनों सुबह से रात तक सैकड़ों की संख्या में मुलाकातियों की भीड़ उमड़ रही है। कुछ लोग दिग्विजय की इस सक्रियता को कमलनाथ के लिए खतरा मान रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि दिग्विजय सिंह उनकी हेल्प कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी अमृता सिंह के लिए राजनैतिक जमीन तैयार कर रहे हैं। फिलहाल दिग्विजय सिंह की सक्रियता के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।