मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को शनिवार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। कमलनाथ का विरोध जबलपुर के खुडावल में हुआ जहां वे पुलवामा में शहीद हुए अश्विनी कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे थे……उनके विरोध का कारण उनका देर से पहुंचना था….गांव के शहीद रामेश्वर पटेल मेमोरियल मैदान में हुए अंत्येष्टि समारोह में जब कमलनाथ देरी से पहुंचे तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा….दरसअल शहीद अश्विनी के अंतिम संस्कार के लिए 4 बजे का समय निर्धारित था जबकि मुख्यमंत्री कमलनाथ शाम 5 बजे पहुँचे…. और अंतिम विदाई के लिए शव रखे रहने से गांव के युवाओं का सब्र जवाब दे गया और वे अंतिम विदाई स्थल पर कमलनाथ के सामने ही वापिस जाने के नारे लगाने लगे…
हालांकि बाद में सोशल मिडिया के जरीए कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सफाई देते हुए लिखा की अंतिम यात्रा व अंत्येष्टि में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर पहले ही वरिष्ठ मंत्री गोविन्द सिंह जी को भेज दिया गया था….मुख्यमंत्री जी अपने निर्धारित समय पर पहुँचे थे…उन्होंने किसी को भी इंतज़ार नहीं कराया….