झाबुआ में कौन जीतेगा कौन हारेगा
झाबुआ उपचुनावो के लिए वोटिंग हो चुकी है लेकिन सबसे बडा सवाल की आखिर क्या होगा झाबुआ का।
दरअसल झाबुआ की सीट मध्यप्रदेश के लिए बहुत महत्तवपूर्ण है औऱ दोनो ही दलो के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है क्योकि अगर कांग्रेस इस सीट को जीतती है तो वो बहुमत के और करीब पंहुच जाएगी और अगर बीजेपी अपनी इस सीटिंग सीट को बचाती है तो वो सरकार पर और हमलावर हो जाएगी।
आइए बताते है आपको की क्या वोटिंग के हिसाब से क्या हो सकता है झाबुआ का नतीजा
झाबुआ उपचुनाव में लगभग 62 प्रतिशत वोटिंग हुई है इस वोटिंग के लिहाज से अगर पुराने आंकडे देखे तो ये वोटिंग प्रतिशत बीजेपी के लिए फेवरेबल कंडिशन बना रहा है।
पुरूषो की तुलना में महिलाओ का वोटिंग परसेंट ज्यादा रहा। और वहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में महिलाओ की भीड़ भी ज्यादा जुटी जो बताता है कि शायद नतीजे बीजेपी के फेवर में जा सकते है…..
लेकिन कांग्रेस की बात करे तो कांग्रेस उम्मीदवार का चेहरा बडा है। कांतिलाल भूरिया कद्दावर नेता है और पिछले 40 साल से इस इलाके में राजनीति कर रहे है। लेकिन बावजूद इसके कांतिलाल भूरिया का विरोध स्थानीय लोगो में ज्यादा है कहीं न कहीं कांग्रेस का अतंविरोध है जो कांग्रेस पर भारी पड सकता है।
वैसे तो ये कांग्रेस की परंपरागत सीट है लेकिन इस सीट पर कांग्रेस को कोई मात दे सकता है…. तो केवल और केवल उसका अंर्तविरोध
बहरहाल हम इंतजार करते है नतीजो का…. वैसे ये चुनाव दिलचस्प होगा क्योकि इसमें हार भी भूरिया की होगी और जीत भी भूरिया की क्योकि
मुकबला भी भूरिया से भूरिया का है।