फिलहाल कांग्रेस गठबंधन बहुमत के ज्यादा निकट है. अगर महागठबंधन 35 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब हो जाता है तो उसके सरकार बनाने की संभावना ज्यादा है. ऐसी स्थिति में जेवीएम और आजसू किंग मेकर की भूमिका में आ सकते हैं. जेवीएम ने लोकसभा चुनाव महागठबंधन के साथ मिलकर ही लड़ा था. इसके अलावा बाबूलाल मरांडी 2014 का दर्द भी नहीं भूले होंगे जब उनके 8 में से 6 विधायकों को बीजेपी ने तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल करवा लिया था. वहीं लेफ्ट के एक उम्मीदवार और बीएसपी के भी महागठबंधन के साथ जाने की संभावना ज्यादा है. राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी बीएसपी ने कांग्रेस के साथ ही जाने का फैसला किया था.