मध्यप्रदेश से राज्यसभा में तीन लोग जाने है. फिलहाल संख्याबल के आधार पर ये तय है कि दो सदस्य कांग्रेस के होंगे और एक बीजेपी का. लेकिन सिंधिया चाहें तो आसानी से ये खेल बिगाड़ सकते हैं. जिसकी आशंकाएं भी जताई जा रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद प्रदेशाध्यक्ष बनने या फिर राज्यसभा जाने की आस लगाए बैठे हैं. पर अब तक कहीं से उन्हें सकारात्मक संकेत नहीं मिले हैं. इसलिए ऐसा अंदेशा है कि सिंधिया अपने खेमे के मंत्री विधायकों से क्रॉस वोटिंग करवा सकते हैं. पर्दे के पीछे रहकर सिंधिया ऐसा कमाल कर सकते हैं. दूसर अनुमान ये है कि सिंधिया खुद मैदान में उतर जाएं. जिसके बाद बीजेपी विधायक और सिंधिया समर्थक एक हो जाएं. ऐसे में सिंधिया खुद राज्यसभा जाएंगे और बीजेपी के खाते में दो सीटें आ जाए. अब भई ये तो सियासत है ऊंट कब किस करवट बैठ जाए कहा नहीं जा सकता.