राहुल गांधी ने दिल्ली से दहाड़ लगाई है मैं राहुल गांधी हूं राहुल सावरकर नहीं. इस जुमले से राहुल जो संदेश देना चाह रहे हैं. साफ है वैसे भी सावरकर के लिए कांग्रेस क्या सोचती है ये आज से नहीं दशकों से साफ है. पर आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कई बार कांग्रेस वीर सावरकर के तारीफों के पुल बांध चुकी है. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता पीवी नरसिम्हा राव ने सावकर की 110वीं जयंति पर कहा था कि वो एक महान देशभक्त थे और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी. राव ने ये भी कहा कि अपने लेखन से वो हमेशा समाज सुधार की दिशा में काम करते रहे. केवल राव ही नहीं आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री विजय भास्कर रेड्डी ने सावरकर के लिए कहा था कि उनके प्रयास, त्याग और औपनिवेशिक सत्ता के चलते ही देश को आजादी मिल सकी. भास्कर भी कांग्रेस नेता ही हैं. जिन शरद पवार की रणनीति पर भरोसा कर कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन किया है वो भी सावरकर के गुणगान कर चुके हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहते हुए शरद पवार ने कहा थि कि वीर सवारकर के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता. वो सर्वोच्च है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल ने सावरकर के लिए कहा था कि वो महान देशभक्त थे. देश के लिए उन्होंने जो त्याग, तप, और कुर्बानियां दी वो इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं. आरजेडी प्रमुख लालू यादव भी सावरकर की तारीफ करने में पीछे नहीं रहे हैं. लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि सावकर ने देश की एकता, अखंडता को बनाए रखने में अपूर्व योगदान दिया है. जिसे भुलाया नहीं जा सकता. सावरकर का बलिदान हमें सांप्रदायिकता, अलगाववाद की साजिशों से बच कर रहने की सीख देता है.