मध्यप्रदेश विधानसभा में बीजेपी को करारी मात का सामना करना पड़ा है। विधानसभा में एक विधेयक पर हुई वोटिंग में बीजेपी के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने क्रॉस वोटिंग करते हुए कांग्रेस का साथ दिया और खुलकर सीएम कमलनाथ के पक्ष में आ गए। इस बगावत या कहें दगाबाजी से बीजेपी सकते में है। कहां बीजेपी के नेता कांग्रेस में सेंध लगाकर सरकार गिराने के दिवास्वप्न देख रहे थे और बार-बार दावे कर रहे थे कि जब ऊपर से आदेश मिलेगा सरकार गिरा देंगे। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान दावा करते नहीं थक रहे थे कि कमलनाथ सरकार अल्पमत की सरकार है लेकिन आज कमलनाथ ने बहुमत भी साबित कर दिया और जब अपना दांव दिखाया तो बीजेपी चारों खाने चित्त नजर आई। न्यूज लाइव में हमने पहले ही आपको बताया था कि बीजेपी के कई विधायक कमलनाथ के संपर्क में हैं जिसमें से ब्योहारी विधायक शरद कोल की तरफ साफ इशारा किया था। दरअसल शहडोल के तीन विधायक कमलनाथ के संपर्क में पहले से थे अभी भी कमलनाथ के संपर्क में बीजेपी के वे विधायक हैं जो पहले कांग्रेस में थे और कमलनाथ कभी भी इनका इस्तेमाल बीजेपी के खिलाफ कर सकते हैं। जिस तरह शतरंज में शह और मात का खेल होते है वैसे ही कमलनाथ ने एक ही दांव में बीजेपी को दिन में तारे दिखा दिए। कमलनाथ ने सदम में बहुमत भी साबित कर दिया और बीजेपी को ये भी दिखा दिया कि सेंध लगाने का ख्वाब देखने वाली बीजेपी के घर में सेध लगाई जा चुकी है।