मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों यह सवाल बढ़ावा जब सा हो गया है कि क्या मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इशारों पर नाच रहे हैं ऐसे एक नहीं कई उदाहरण मिलते हैं जिन्हें देखकर लगता है कि शिवराज आखिर में वही करते हैं जो कमलनाथ चाहते हैं अगर आपको यकीन ना हो तो हालिया उदाहरण ही देख लीजिए कुछ दिन पहले इंदौर में संपूर्ण लॉक डाउन का ऐलान हुआ और उनके लगातार बढ़ते मामलों के बाद यह फैसला लिया गया कि इंदौर में दूध का भी वितरण नहीं होगा पूरे इंदौर में संपूर्ण लॉक डाउन रहेगा इसके बाद कमलनाथ ने ट्वीट किया जिसमें लिखा इंदौर के लिए सख्त कदम उठाना जरूरी है लेकिन दवा और दूध का वितरण तो जारी रहना चाहिए क्योंकि यह जरूरी चीजों में शामिल है नतीजा यह हुआ कि तुरंत इंदौर में यह आदेश हो गए कि दो-दो घंटे दूध की बिक्री होती रहेगी उसके बाद जो हुआ वह किसी से छुपा हुआ नहीं है दूध लेने के लिए लोग हजारों की तादाद पर सड़कों पर उतरे नतीजा यह हुआ कि भीड़भाड़ धक्का-मुक्की सब होने लगा सोचने वाली बात यह है कि इधर कमलनाथ ने किया और उधर सरकार ने अपना फैसला बदल दिया आखिर क्यों चारण का समझने के लिए जो कमलनाथ चाहते हैं सरकार में अपने आप हो जाता ह