कुरवाई — यदि कोई व्यक्ति एक विचार और कार्यशैली को आगे बढ़ाएं तो वह एक नयें अविष्कार को जन्म दे सकता है इसी को चरितार्थ करते हुए शासकीय माध्यमिक शाला सिरावली में पदस्थ शिक्षक प्रमोद कुमार चौहान ने कर दिखाया प्रमोद चौहान द्वारा बनाई गई बहुउद्देशीय लाठी जोकि विज्ञान मेला विदिशा में प्रदर्शित की गई थी जहां पर उनकी लाठी के आधुनिकीकरण को जिला शिक्षा अधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारी द्वारा सराहा गया और जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने के पश्चात लाठी का चयन जोन स्तरीय पश्चिम भारत विज्ञान मेला भोपाल में हुआ वहां पर भी लाठी के गुणों को सभी ने सराहा तथा मध्यप्रदेश जोन स्तरीय पश्चिम भारत विज्ञान मेले में प्रथम स्थान प्राप्त किया! यह लाठी ना केवल बुजुर्गों के लिए उपयोगी है, बल्कि समाज के हर एक उस व्यक्ति के लिए उपयोगी है जो कि इस समाज में रहते हैं चाहे वह वृद्ध हो, चाहे वह दिव्यांग हो, शिक्षण कार्य कराने वाले शिक्षकों हो इस लाठी में वह सारी आवश्यकता अनुसार तकनीकी का प्रयोग किया है इसमें विज्ञान, कला , तथा गणितीय प्रकियाऔ को बताया गया तथा मनोरंजन हेतू संगीत की व्यवस्था है ये लाठी नवीन शिक्षण प्रक्रिया स्ट्रीम के तर्ज पर तैयार की गई है यही कारण है कि ये बहुउद्देशीय लाठी दुसरे नवाचारों से अलग है । चौहान को समाज द्वारा आदर्श शिक्षक से भी अलंकृत किया गया एवं इस बर्ष शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान राज्यपाल महोदय द्धारा भी पुरस्कृत किया गया है । वाकई जैसा कि हमारे महापुरुषों द्वारा कथन कहा गया है कि हम जिस क्षेत्र में भी काम करते हैं तो उस काम तक सीमित न रहते हुए ये सोचें कि इसके अलावा ओर अच्छा क्या हो सकता है । हम वहीं तक सीमित ना रहे यदि हम शिक्षक हैं तो सोचे कि क्या में अविष्कार कर वैज्ञानिक बन सकता हूं और राष्ट्र एवं समाज का विकास कर सकता हूं यदि मैं डॉक्टर हूं तो ऐसी दवाई का आविष्कार करूं जो कि मानव के कष्टों को दूर करने में सहायक हो तभी व्यक्ति स्वयं एवं समाज और राष्ट्र का विकास कर सकता है यही कार्य आदर्श शिक्षक प्रमोद चौहान द्वारा भी किया जा रहा है