लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम की अधिकृत तारीख वैसे तो 23 मई घोषित की गई है लेकिन यदि आप ये मानकर चल रहे हैं कि 23 मई को आपको पता चल जाएगा कि देश में किस पार्टी या गठबंधन को जनादेश मिला है और केंद्र में किस पार्टी की सरकार बन रही है तो हो सकता है कि आप गलत हों। दरअसल इस बार चुनाव का अंतिम परिणाम आने में कुछ समय लग सकता है। हो सकता है कि 23 मई को देर रात तक चुनाव के नतीजे आएं या ये भी हो सकता है कि 24 मई की सुबह आपको पता चले कि देश में कौन सी पार्टी सरकार बना सकती है। इसका कारण क्या है हम आपको बताते हैं। दरअसल इस बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का मिलान उसके साथ लगी वीवीपैट से किया जाना है जिसके कारण परिणाम घोषित होने में समय लग सकता है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनावों में EVM के साथ VVPAT मशीनों का भी इस्तेमाल किया गया है। जिससे वोट डालने पर मतदाता को एक पर्ची के जरिए दिखाई देता है कि उसने जो वोट डाला है वह सही है। 23 मई को जब वोटों की काउंटिंग होगी तो EVM में पड़े वोटों से VVPAT की पर्चियों का मिलान भी किया जाएगा। इसका मतलब ये है लोकसभा की सभी 543 सीटों के 20 हजार बूथ पर दो बार वोटों की गिनती होगी। चुनाव आयोग के अधिकारियों की मानें तो एक EVM और VVPAT की पर्चियों के मिलान में लगभग एक घंटे का समय लगता है लेकिन इस बार 5 EVM और VVPAT का मिलान कराना है और इस काउंटिंग में 5 से 6 घंटे का वक्त लग सकता है। एक अंदाज के मुताबिक लोकसभा क्षेत्र में लगभग 10 विधानसभा सीटें होती है अगर मान लें कि दस विधानसभा के 50 पोलिंग बूथों पर VVPAT से EVM का मिलान किया जाता है और हर बूथ पर अगर हजार वोटर भी मान लें तो भी देश में 4215 विधानसभा सीटे हैं जहां हर विधानसभा में पांच EVM का VVPAT की पर्चियों से मिलान होगा यानी कि लगभग सवा दो करोड़ वोटों की मैन्युअल काउंटिंग होगी। ऐसे में हो सकता है रिजल्ट 23 मई को देर रात तक या फिर 24 मई तक साफ हो पाएं। अंतिम परिणाम आने में कुछ ज्यादा समय भी लग सकता है। यानी कि अबकी बार किसकी सरकार यह जानने के लिए आपको 24 मई तक का इंतजार करना पड़ सकता है।