लोकसभा चुनावों को लेकर जहां सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं वहीं सट्टा बाजार भी गर्म है। हालांकि हम न तो सट्टा बाजार की किसी एक्टिविटी का समर्थन करते हैं और न ही इसके आंकड़ों की पुष्टि करते हैं लेकिन मध्यप्रदेश के रतलाम और राजस्थना के फलौदी में सट्टे का कारोबार देश भर में जाना-पहचाना है और यहां पर चल रहा ट्रेंड देश की सियासी हालत को बखूबी प्रदर्शित करता है। माना जाता है कि रतलाम और फलौदी के सट्टा बाजारों में किस साल कितनी बारिश होगी से लेकर, किस राज्य में किसकी सरकार बनेगी जैसी हर बात पर सट्टा लगाया जाता है। ये भी माना जाता है कि यहां के सटोरिये जिसका भाव गिरा देते हैं मान लीजिए देश या प्रदेश में उसकी सरकार बनना तय है। यानी जिस व्यक्ति या पार्टी पर पैसा लगाने पर रिटर्न में दूसरी पार्टी की तुलना में कम पैसा मिलता है उसकी जीत तय मानी जाती है।
इस बार सटोरिये राहुल और मोदी में किसको क्या भाव दे रहे हैं?
अगर सट्टा बाजारों के ताजा ट्रेंड पर नजर डाली जाए तो सट्टा बाजार का अनुमान है कि 2019 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं और BJP और NDA बहुमत का आंकड़े तक पहुंचने में कामयाब हो जाएंगे। रतलाम और फलौदी के सटोरिये पहले BJP को 195 से 198 सीटें दे रहे थे लेकिन अब अकेले बीजेपी की सीटें सटोरियों के मुताबिक 200 के पार हो सकती हैं, वहीं सटोरियों की मानें तो NDA को 300 से लेकर 310 तक सीटें मिल सकती हैं।
सट्टा बाजार में मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर 15 से 20 पैसे का भाव दिया जा रहा है। यानी नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो 1 रुपया लगाने वाले को 15 से 20 पैसे ही वापस मिलेंगे। वहीं राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने पर 25 रुपये का भाव चल रहा है। इसका मतलब है कि सट्टा बाजार में यदि कोई राहुल के पीएम बनने पर 1 रुपया लगाता है और राहुल गांधी PM बने तो उसे 1 रुपए के बदले 25 रुपये मिलेंगे। फिलहाल देश के मशहूर सट्टा बाजारों ने मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनना और एनडीए की सरकार बनना तय मान लिया है। हालांकि सट्टा बाजार के ट्रेंड भी समय के साथ साथ बदलते रहते हैं और जैसे जैसे मतदान के चरण पूरे होते जाएंगे ये ट्रेंड भी बदल सकते हैं।