राजस्थान के फलौदी के सट्टा बाजार में छठवें चरण के चुनाव के बाद के ताजे रुझान सामने आए हैं। हालांकि हम सट्टा बाजार और सट्टे की न तो पैरवी करते हैं और न ही इसके किसी भी रुझान या अनुमान की पुष्टि करते हैं। सोशल मीडिया पर रतलाम और राजस्थान के फलौदी के सट्टा बाजार के अनुमानों की चर्चा हमेशा रहती है। माना जाता है कि इन दोनों जगहों के सटोरिये सरकार बनने को लेकर काफी सटीक अनुमान लगाते हैं। अगर सटोरिये किसी पार्टी को सबसे कम भाव दे रहे हैं तो उसके मुताबिक उस पार्टी की सरकार बनने की संभावना ज्यादा है। फलौदी के सूत्रों के मुताबिक हम आपको बता रहे हैं कि पहले किस पार्टी को क्या भाव मिल रहा था और अब कितना भाव मिल रहा है-
12 तारीख को हुए छठवें चरण के मतदान के बाद बीजेपी के भावों में काफी फर्क देखने को मिल रहा है। सट्टा बाजार ये तो तय मानकर चल रहा है कि बीजेपी को अकेले 250 के लगभग सीटें मिल सकती हैं। 12 तारीख तक 240 सीटों के लिए बीजेपी का भाव 10 पैसे था लेकिन 13 तारीख को ये भाव घटकर 6 पैसे रह गया है। वहीं बीजेपी को 245 सीटें मिलने के अनुमान पर सट्टे का भाव 30 पैसे था वो घटकर आधा यानी 15 पैसे रह गया है, 250 सीटों के लिए बीजेपी का भाव पहले 75 पैसे था वो अब 60 पैसे हो गया है। हालांकि 255 सीटों से ज्यादा मिलने के अनुमान पर बीजेपी का भाव 1 रुपए पंद्रह पैसे से बढ़कर एक रुपए तीस पैसे हो गया है। वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस को 100 सीटें भी नहीं दिलवा रहा है। 60 सीटों के लिए 12 तारीख से पहले फलौदी का भाव 45 पैसे था वो 13 तारीख के बाद घटकर 40 पैसे रह गया है, कांग्रेस को 65 सीटें मिलने के अनुमान पर भाव 95 पैसों से घटकर 80 पैसे हो गया है वहीं 70 सीटें मिलने के अनुमान पर कांग्रेस का भाव1 रुपए पैंतालीस पैसे से बढ़कर डेढ़ रुपए हो गया है वहीं 75 सीटों या अधिक के लिए कांग्रेस का भाव 2 रुपए पांच पैसे से बढ़कर दो रुपए पंद्रह पैसे हो गया है। वहीं नीमच और रतलाम का सट्टा बाजार 200 सीटों पर बीजेपी को 11 पैसे का भाव दे रहा है, 230 सीटों के लिए 30 पैसे, 250 सीटों के लिए 90 पैसे और 275 के ऊपर सीटों के लिए 2 रुपए 85 पैसे का भाव दे रहा है यानी नीमच का बाजार भी बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं दिला रहा। कांग्रेस की बात करें तो नीमच-रतलाम का सट्टा बाजार कांग्रेस को 60 सीटों के लिए 25 पैसे का भाव दे रहा है, 70 सीटों के लिए 60 पैसे का भाव और 100 सीटों के लिए 10 पैसे का भाव दिया जा रहा है। कुल मिलाकर देखा जाए तो सट्टा बाजार के आकलन के मुताबिक कोई भी पार्टी अपने दम पर सरकार नहीं बना पा रही है और सरकार बनाने के लिए गठबंधन का सहारा लेना ही पड़ेगा।