आदित्य ठाकरे ने जब राजनीति में कदम रखा. चुनाव लड़ा तो उसके साथ ही ये बातें होने लगीं कि उन्हें सीएम का पद मिलना चाहिए. लेकिन नतीजे आए तो एकाएक शिवसेना के सुर बदल गए. पहले तो आदित्य ठाकरे की जगह किसी और को विधायक दल का नेता चुन लिया गया और अब खबर ये है कि ठाकरे के पोस्टर भी हटाए जा रहे हैं. आपको बता दें कि बीजेपी-शिवसेना के बीच जारी रस्साकसी के बीच एक दिन पहले ही शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि मैं NCP प्रमुख शरद पवार को दिवाली की शुभकामनाएं देने आया था. इसके अलावा हमने महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा की. इससे पहले एकनाथ शिंदे और आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के सभी विधायकों ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की थी.