एनसीपी नेता शरद पवार ने हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. यह बैठक दिखाती है कि महाराष्ट्र में चुनाव के बाद बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी खींचतान. बैठक के बाद यह साफ संकेत देखने को मिला कि अगर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान करें. तो एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन उनके साथ आने को तैयार है . शिवसेना पहले ही अनौपचारिक रूप से एनसीपी और कांग्रेस नेताओं तक अपनी बात पहुंचा चुकी है. हालांकि विपक्ष संयुक्त रूप से यह चाहता है कि उद्धव ठाकरे सार्वजनिक रूप से यह दिखाएं कि उनकी पार्टी सरकार में सिर्फ बड़ी हिस्सेदारी पाने के लिए सिर्फ बीजेपी के साथ सौदेबाजी तक सीमित नहीं है. बल्कि वह वास्तव में महाराष्ट्र में एक नए राजनीतिक गठबंधन बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं