विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़ में भाजपा की करारी हार के बाद कोरबा की सीट ही एकमात्र ऐसा सीट थी। जहां भाजपा और कांग्रेस दोनो पार्टियों में कांटे का मुकाबला था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की सभा ने यहाँ का भी समीकरण बिगाड़ दिया है। और अब कांग्रेस का पलडा कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। जिसके बाद कांग्रेस नेता लगातार इलाके में प्रचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश खुद इलाके में दो बार रैली कर चुके हैं। जबकि भाजपा नेता की साफ सुथरी छवि और कांग्रेस का वंशवाद उसकी नैया डुबोने के लिए पर्याप्त हैं। फिलहाल इस सीट में कांग्रेस और भाजपा मे घमासान दिख रहा है लेकिन बाजी कौन मारता है यह मतदान के बाद चुनाव के परिणाम ही बताएंगे ।