मध्यप्रदेश में कांग्रेस का राज आते ही बिजली गुल होना सियासी बवाल का कारण बन चुका है। स्थिति ये है कि लोग अब बिजली कर्मचारियों की पिटाई करने लगे हैं। भीषण गर्मी में परेशान जनता को दिग्गी राजा का शासन याद आने लगा है और बीजेपी वाले मिस्टर बंटाधार रिटर्न्स या मिस्टर बंटाधार 2.0 के जुमले गढ़ने में जुट गए हैं। बीजेपी के लोग गांव-गांव, शहर- शहर विरोध प्रदर्शन करने में जुटे हैं। बीजेपी के लोगों ने दारू के क्वार्टर की चिमनियां बनाकर उस पर बंटाधार रिटर्न्स के स्टिकर चिपका लिए हैं। बीजेपी वाले इस चिमनी को लेकर विरोध कर रहे हैं और प्रदेश में चिमनी युग की वापसी के आरोप लगा रहे हैं। वहीं सीएम कमलनाथ अखबारों में फुल पेज के विज्ञापन देकर सफाई देने में जुटे हैं कि प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है। कथित तौर पर ऑडियो भी सामने लाया जा रहा है कि बिजली की कटौती बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों की मक्कारी और शिवराज सरकार के समय लगाए गए घटिया उपकरणों का नतीजा है। कुल मिलाकर बिजली और जल संकट कमलनाथ सरकार के गले की हड्डी बन गया है और उगलत-लीलत पीर घनेरी वाला मामला हो गया है। पूरी सरकार और उसके मंत्री बिजली की कमी का ठीकरा पूर्ववर्ती सरकार पर फोड़ने में जुटे हैं। वहीं बीजेपी कांग्रेस सरकार की नाकामी साबित करने में लगी है। जनता हलाकान हो रही है, बिजली कर्मचारी पिट रहे हैं। फिलहाल राहत कहीं से मिलती नजर नहीं आ रही है। कुछ लोगों को मामा शिवराज याद आ रहे हैं तो कुछ लोग कमलनाथ में दिग्गी राजा की छवि देखकर मिस्टर बंटाधार रिटर्न्स का राग अलाप रहे हैं।