भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर गांधी जी के हत्यारे करार दिए जाने वाले नाथूराम गोडसे की शान में कसीदे काढ़े हैं. लोकसभा में एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के दौरान डीएमके के सांसद ए. राजा गोडसे के एक बयान का हवाला दे रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा तो साध्वी प्रज्ञा ने उन्हें टोक दिया. और गोडसे को देशभक्त भी बताया. हालांकि इसके बाद उन्हें कार्रवाई का सामना भी करना पड़ा. बीजेपी ने उन्हें रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया. साथ ही सत्र के दौरान होने वाली बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भी प्रज्ञा को नहीं आने का फरमान सुनाया गया है. बीजेपी के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कहा कि संसद में कल का उनका बयान निंदनीय है. बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है. हालांकि इतने के बावजूद गांधी समर्थकों की नाराजगी कम नहीं हुई है. प्रज्ञा के इस बयान के बाद ट्विटर भी दोधड़ों में बंट गया है. जहां वेलडन प्रज्ञा, गोडसे, पहला आतंकवादी गोडसे ट्रेंड कर रहा है. ताज्जुब की बात ये है कि जितने लोग पहला आतंकवादी गोडसे और गोडसे पर प्रज्ञा की जोरदार निंदा कर रहे हैं वहीं वेलडन प्रज्ञा में भी प्रज्ञा और गोडसे के समर्थन में ट्वीट करने वालों की कमी नहीं है.