उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव धरने पर बैठे हैं. मांग है रेप पीड़िता को जल्द इंसाफ मिले. ये मांग करते हुए शायद अखिलेश ये बात भूल गए कि खुद उनके पिता आम रैलियों से कई बार ऐसे लड़कों की हिमायत कर चुके हैं. जो रेप जैसे संगीन अपराध को अंजाम देते हैं. कुछ साल पहले एक सभा में मुलायम ने कहा कि
‘लड़कियां पहले दोस्ती करती हैं. लड़के-लड़की में मतभेद हो जाता है. मतभेद होने के बाद उसे रेप का नाम दे देती हैं. लड़कों से गलतियां हो जाती हैं. क्या रेप केस में फांसी दी जाएगी?’ 2012 के विधानसभा के दौरान भी एक रैली में मुलायम सिंह यादव ने रेप पीड़िता को लेकर एक बयान दिया था, जिस पर वे हर तरफ से घिर गए थे. रेप पर मरहम लगाकर वोट बटोरने के चक्कर में सिद्धार्थनगर की एक रैली में उन्होंने बलात्कार पीडि़तों या उनके परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही थी. लेकिन कहींभी ये नहीं कहा कि रेप करने वालों पर वो क्या कार्रवाई करेंगे. मामला बढ़ा तो मुलायम ने फिर सफाई दी कि मैंने तो कहा था कि अगर मेरी पार्टी सत्ता में आती है तो बलात्कारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.