सीएए के बाद मोदी सरकार जिस बात पर तगड़ा विरोध झेल रही है वो है एनआरसी यानि नेशनल रिजस्टर ऑफ सिटीजन. पर लगता है विरोध से डर कर मोदी सरकारन फिलहाल एनआरसी को ठंडे बस्ते में डालना ही मुनासिब समझा है. खुद पीएम मोदी के भाषण से ही इस बात का खुलासा ये संकेत मिले हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि एनआरसी पर झूठ फैलाया जा रहा है. ये कांग्रेस के जमाने से बना है तब से लोग क्यों सोए थे. ये संसद में आया नहीं, न कैबिनेट में आया नहीं तो हौआ क्यों खड़ा किया जा रहा है. इससे साफ है कि फिलहाल मोदी सरकार एनआरसी पर तेजी से कार्रवाई करने वाली नहीं है. दरअसल एनआरसी से पहले सरकार को नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर यानी कि एनपीआर पर काम करना है. और बिना प्रदेश सरकारों के सहयोग के ये मुमकिन नहीं है. इसलिए भी शायद मोदी सरकार ने कदम पीछे खींच लिए हैं.