पाकिस्तान में महिलाओं को किस तरह पर्दे में रखा जाता है ये तो हर कोई जानता है. लेकिन इन हिजाब के पीछे इन महिला कमांडो के जज्बे को देखा जा सकता है . पाकिस्तान में महिला कमांडो की संख्या तेजी से बढ़ी है. जो जबरदस्त तरीके से जांबाज साबित हो रही हैं. दिलचस्प बात ये है कि कमांडो ट्रेनिंग ले रही अधिकतर महिलाएं ख़ैबर पख़्तूनख्वा से ताल्लुक रखती हैं . जहां महिलाओं को परदे में ही रखने पर जोर दिया जाता है. पर इन परदे के पीछे रहते वाली महिला कमांडो किसी से कम नहीं है . हाथों में बड़ी बड़ी बंदूकें और हथियार ले कर पाकिस्तान के सबसे खतरनाक इलाके में रहने वाली ये महिला कमांडो किसी भी मुस्कील का सामना कर सकती है . आतंकवाद निरोधक दस्ते के लिए महिलाओं का प्रशिक्षण किसी भी तरीके से पुरुषों से अलग नहीं होता है. राइफल चलाने से लेकर ग्रेनेड चलाने और खतरनाक इलाकों में आतंकी साजिशें विफल करते हुए आगे बढ़ने की इन्हें ट्रेनिंग मिलती है.