मध्यप्रदेश कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म है। वैसे एक बात तो तय है कि प्रदेश अध्यक्ष बदला जा रहा है। खुद वर्तमान पीसीसी अध्यक्ष सीएम कमलनाथ ये बात कह चुके हैं। कमलनाथ दो दिन के लिए दिल्ली में हैं और माना जा रहा है कि दिल्ली से ही नए पीसीसी अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो जाएगी। एमपी के कई नेताओं को भी दिल्ली बुलाया गया है। AICC महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक कई दिनों से उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि कमलनाथ के बाद सिंधिया ही प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए योग्य चेहरा हैं लेकिन जानकारों की मानें तो सिंधिया के पीसीसी अध्यक्ष बनने की राह में कई अड़चनें हैं। सबसे पहली बात तो ये कि सिंधिया को अब प्रदेश की राजनीति से दूर करके यूपी का प्रभार दे दिया गया है जहां पर अभी सिंधिया के कंधे पर छह विधानसभाओं में उपचुनाव जिताने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। इसके अलावा मध्यप्रदेश में आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग भी उठ रही है और इस बात की संभावना भी काफी ज्यादा है। तीसरा फैक्टर ये है कि अभी तक की परंपरा के हिसाब से प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री की पसंद का ही बनता है। तो ये भी संभावना है कि कमलनाथ अपनी जगह अपने किसी खास समर्थक को प्रदेश अध्यक्ष बनवाएं ताकि सत्ता और संगठन में समन्वय बना रहे। इसके अलावा चौथा फैक्टर ये है कि हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ग्वालियर की कोर्ट ने जमीनी विवाद के कारण 10 हजार रुपए की कॉस्ट लगाई है। इस विवाद के कारण भी सिंधिया का प्रदेश अध्यक्ष बन पाना मुश्किल लग रहा है।