छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलवाद का दंश झेल चुकी आदिवासी छात्राओं के लिए…… पढ़ने और रहने के लिए बिलासपुर में आवासीय विद्यालय की व्यवस्था की है…. लेकिन यहां की प्रिंसिपल और अधिकारी अपनी मनमानी कर छात्राओं को परेशान करते हैं…. जिसके खिलाफ अब छात्राओं ने अपनी आवाज बुलंद कर दी है…. छात्राओं ने जिले के कलेक्टर से मिलकर प्रिंसिपल की शिकायत कि है…..और उनपर पर कार्रवाई की मांग कर रही हैं….. छात्राओं का आरोप है कि इन्हें ना तो पीने का साफ पानी मिलता है और न ही सही खाना…… उपर से इनपर तुगलकी फरमान जारी कर दिए जाते हैं… इन्हें मोबाइल फोन और इंटरनेट भी प्रयोग नहीं करने दिए जाते….वहीं इस मामले पर आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त- सीएल जायसवाल का कहना है कि कलेक्टर संजय अलंग ने छात्राओं की समस्या सुनी हैं और उन्हें 3 दिनों के भीतर पुरे मामले की जांच का अश्वासन दिया है…. जांच में जो भी लोग दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ कार्यवाई की जाएगी..
एक जहां सरकार बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं का नारा दे रही है… वहीं दूसरी ओर प्रशासन के ऐसे लचर रवैये के कारण छात्राएं परेशान हो रही हैं……