सरकारी उदासीनता की वजह से लाशों को करना पड़ा लकड़ियों का इंतजार

शास्त्रों में मनुष्य के जन्म से मृत्यु तक के लिए अलग-अलग 16 संस्कार बताए गए हैं. इन संस्कारों में मनुष्य जीवन का सबसे आखिरी संस्कार है अंतिम संस्कार. अंतिम संस्कार किसी इंसान की मृत्यु के बाद शव को जलाने की क्रिया को कहते हैं. सुल्तानपुर में आज एक बुजुर्ग का शव लकड़ी नहीं होने के कारण अंतिम संस्कार के लिए घंटों पड़ा रहा. जब लोग बुजुर्ग के अंतिम संस्कार के लिये शमशान घाट पहुचे तो वहा लकड़ी नही मिलने के कारण बुजुर्ग का शव कई घंटों तक लकड़ी के इन्तेजार में रखा रहा .और करीब 4 से 5 घंटे इंतजार के बाद परिजनों को लकड़ी उपलब्ध हो पाई और बुजुर्ग का अंतिम संस्कार संभव हो पाया .अंतिम संस्कार में लकड़ी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी वन मंडल की होती है. पर वन मंडल की लापरवाही से लोगों को काफी परेशान का सामना करना पड़ता है . न्यूजलाइवएमपी के लिए रायसेन से अजय गोहील की रिपोर्ट

(Visited 28 times, 1 visits today)

You might be interested in

LEAVE YOUR COMMENT