रतलाम से 12 किलोमीटर दूर गांव बांगरोद में एक ऐसा मुक्तिधाम है जो अपने सौंदर्यीकरण के कारण चर्चा में है. इस मुक्तिधाम में आकर मन को सुकुन और शांति मिलती है और पर्यावरण का साथ भी मिलता है . आईये देखते है इस अनोखे मुक्तिधाम कुछ झलके
बाईट-तेज नारायण भाना ग्रामीण
यहा के लम्बे लम्बे पेड़ और सुगंधित फूल और यहां चारों तरफ साफ सफाई व्यवस्था को देख यहां पहुंचने वाला हर शख्स तारीफ करता थमता नहीं . करे भी क्यों नही क्योंकि यहां के लोगों की मेहनत जो रंग लाई हैं . गांव में किसी के घर मेहमान आता है . तो वोभी यहां आए बिना वापस नहीं जाते .
बाईट-देवीलाल पाटीदार ग्रामीण
उससे भी खास बात तो यह निकलकर आई कि शुभ कार्य भी यहां होने लगे जन्मदिन मनाना दीपावली के समय यह दीप और रंगोली लगा कर दिप उत्सव मनाना . यहा बच्चे और महिलाएं जाने से डरती नहीं हैं .यहा सबको सुकून के साथ साथ शांति भी मिलती हैं . रतलाम से सुशील खरे रिपोर्ट