तमाम प्रयासों के बाद भी रेत के अवैध कारोबार पर जब लगाम नहीं लग पाई तो शनिवार को कंप्यूटर बाबा कुछ साधु संतों के साथ नर्मदा के घाटों पर पहुंचे और वहां की स्थिति को देखा. खास बात यह थी कि बाबा के साथ 250 साधु संत थे .सलकनपुर से बसों के अलावा अन्य चार पहिया वाहनों से ये सभी साधु संत बाबा के साथ नर्मदा के घाट के लिए रवाना हो गए. शाम 5 बजे सभी यहां पहुंचे और रेत माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए टैंट लगाकर बैठ गए. रात में सभी साधु संतों के बीच रेत के अवैध उत्खनन को लेकर चर्चा होती रही इसके बाद देर रात को यहां यज्ञ के अलावा भजन कीर्तन भी हुए. बुधनी से मुकेश प्रजापति की रिपोर्ट .