शाजपुर के आक्या चौहनी में एक अजब नजारा देखने को मिला … आस्था और अंधविश्वास के फलीभूत लोगों का जमावड़ा यहां हर गुरूवार लगता है… जहां भूत—प्रेत और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोग पूरे प्रदेश और पास के प्रदेशों से भी यहां पहुंचते हैं…. हफ्ते में दो दिन यानि सोमवार और गुरूवार को यहां अंधविश्वास का यह खेल चलता रहता है… निसंतान महिलाएं भी यहां 5 परिक्रमा कर अपनी गोद भरने की कामना लेकर पहुंचतीं हैं….उपरी बाधा के नाम पर महिलाओं के मुंह में जूता ठूंसकर प्रताड़ित किया जाता है… जिसको लेकर जब प्रशासन से बात की तो बताया कि इस स्थान पर लोगों की आस्था से हम कुछ नहीं कर सकते…अब ये कैसी आस्था जिसमें दुधमुंहे बच्चे को 4—5 फिट उछाला जा रहा हो… महिलाओं को इतनी बुरी तरीके से मारा पीटा जा रहा हो… और प्रशासन सबकुछ जानते समझते हुए भी धृतराष्ट की तरह अपनी आंखों पर पट्टी बांधे हो…इसके अंजाम का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं….