महाराष्ट्र में बीजेपी को बड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है. और ये झटका कोई और नहीं शिवसेना देने वाली है जिसके भरोसे बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने की तैयारी में थी. लेकिन चुनावी आंकड़े बदले तो शिवसेना की नीयत भी बदल गई और अब शिवसेना अकेले ही सरकार बनाने का दम भर रही है.शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी के बिना दूसरे विकल्पों से सरकार बनाने की संभावना की ओर संकेत किया है. संजय राउत ने 170 से 175 विधायकों का समर्थन होने की बात कही. साथ ही जोड़ा कि शिवसेना बीजेपी से केवल मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर ही बातचीत करेगी. शिवसेना के 56 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 और एनसीपी के पास 54 विधायक हैं, वहीं, निर्दलीय विधायकों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है. अगर ये सभी पार्टियां एकसाथ आती हैं तो ये आंकड़ा 170 के करीब पहुंचता है. उन्होंने आगे कहा हमारे पास 170 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. यह आंकड़ा 175 तक जा सकता है इससे पहले राउत ने सामना में एक लेख के जरिए बीजेपी पर तीखा हमला बोला था. राऊत ने लिखा कि बीजेपी को विधानसभा चुनाव में 105 सीटें मिली हैं. अगर शिवसेना साथ नहीं होती तो यह आंकड़ा 75 के पार नहीं गया होता. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सीट चाहिए. शिवसेना के 56 और एनसीपी 54 विधायक हैं. यानी कुल 110 विधायक ही होते हैं जो बहुमत के नंबर से 35 कम है. ऐसे में उन्हें कांग्रेस के 44 विधायकों के समर्थन की जरुरत होगी. कांग्रेस ने फिलहाल पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि सरकार बनाने के लिए पार्टी को शिवसेना का समर्थन करना चाहिए. ऐसे में अगर कांग्रेस भी समर्थन करती है तो ये आंकड़ा 154 तक पहुंच जाएगा. वहीं 6 निर्दलीय विधायक भी शिवसेना को समर्थन दे चुके हैं.