ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण को 6 साल के लंबे इंतजार के बाद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी मिले है. कल नवरात्रि के पहले दिन पदाधिकारियों ने पदभार ग्रहण किया. सिंधिया रियासत काल के दौरान 1905 में शुरू किये गये ग्वालियर व्यापार मेले की प्रसिद्धि पूरे देश में है. ये एकमात्र ऐसा मेला है जो पक्की दुकानों में लगता है . लेकिन इस ऐतिहासिक मेले को राजनैतिक कारणों से पिछले 6 सालसे अध्यक्ष , उपाध्यक्ष सहित संचालक मंडल नहीं मिल पा रहा था लेकिन कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही मेले को वापस भव्यरूप देने की कवायद की जा रहीं हैं . पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों से मेले को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संचालक मंडल के रूप अनुभवी टीम मिली है. खासबात यह है कि ग्वालियर व्यापार मेला प्रधिकरण के संचालन का जिम्मा चेम्बर ऑफ कॉमर्स के व्यापारियों को दिया गया है .इसके अलावा संचालक मंडल में भी सिंधिया के करीबियों का विशेष खयाल रखा गया है . गौरतलब है कि इससे पहले 6 साल पहले 2013 में तत्कालीन उद्योग मंत्री यशोधरा राजे के करीबी अनुराग बंसल अध्यक्ष थे .न्यूजलाइवएमपी के लिए ग्वालियर से प्रमेंद्र सिंह की रिपोर्ट