छिंदवाड़ा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है… जहां एक परिवार को अपने ही घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दिया गया है…
यह मामला परासिया क्षेत्र के ग्राम लीखावाड़ी का है.. जहां गावं के एक ही परिवार के पांच सदस्य एक साथ बीमार हो गए थे… जब इस बात की भनक ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने परिवार के एक पुरुष सदस्य को छोड़कर घर के पांच अन्य सदस्य जिसमें एक बुजुर्ग… उसकी पत्नी… बहु… नाती… और नातिन को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया… ग्रामिणों का मानना है कि एक ही परिवार के पांच सदस्य अगर एक साथ बीमार है तो ये कोई आम बीमारी नहीं है… इनपर देवता का प्रकोप है… और जब तक इनका शुद्धिकरण नहीं हो जाता तब तक इन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाऐगा….
जब इन चीजों की खबर परासिया के तहसीलदार वीर बीएम धुर्वे को लगी तो वे डॉ सुधा बक्शी को लेकर पीड़ित परिवार के घर गए और उन्हें डॉक्टर से दिखाने की सलाह दि…
आपको बता दे कि इस गांव में पहले भी दो परिवारों ऐसे ही तुगलकी फरमान का सामना करना पड़ा था जब दो लड़कियां बीमार हो गई थी… तब उन्हें गांव से बाहर रख कर उनका इलाज और शुद्धिकरण किया गया था….