मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनावों के दौरान दिग्विजय सिंह की जीत के लिए 5 क्विंटल मिर्ची का हवन करने और दिग्गी की हार पर जिंदा जलसमाधि लेने का दावा करने वाले वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा का पुराना वीडियो सामने आया है। लगभग दस साल पुराना ये वीडियो मंदसौर के श्मशान का बताया जा रहा है। हम इनमें से किसी भी वीडियो की और इनमें दिखाई जा रही घटनाओं की पुष्टि नहीं करते हैं। लेकिन मंदसौर के मीडिया जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि स्वामी वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा मंदसौर में 2009 से 2011 के बीच आते रहे और श्मशान में तंत्र साधना करते रहे। लोगों का कहना है कि मिर्ची बाबा रात को दो बजे श्मशान में जाकर तंत्र सिद्धियां प्राप्त करने के लिए अजीबोगरीब यज्ञ अनुष्ठान करते थे। यही नहीं श्मशान की चिता के आसपास भी तांत्रिक गतिविधियां करते थे। इस दौरान का एक और वीडियो सामने आया है जिसमें मिर्ची बाबा निर्वस्त्र होकर एक व्यक्ति की डंडे से पिटाई कर रहा है। बताया जाता है कि ये व्यक्ति बाबा के पास सट्टे का नंबर लेने आया था तो बाबा ने उसकी डंडे से पिटाई की और उसकी गर्दन पर पैर रखकर दबाया। बाद में माफी मांगने पर उस व्यक्ति को बाबा ने छोड़ा। इस वीडियो में मिर्ची बाबा गंदी-गंदी गालियां भी दे रहे हैं। जानकारी मिली है कि वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा के खिलाफ यशोधर्मन थाने में साल 2011 में धोखाधड़ी और चारसौबीसी का प्रकरण भी कायम हुआ था। रामनारायण प्रजापति ने ये रिपोर्ट लिखवाई थी। इस मामले में बाद में कोर्ट ने बाबा को बरी कर दिया था। पुलिस के मुताबिक वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा का असली नाम राकेश शर्मा है। यही राकेश शर्मा पिता अयोध्या प्रसाद शर्मा बाद में वैराग्यानंद बनकर राजनैतिक लोगों से जुड़ गया और दिग्विजय सिंह जैसे बड़े राजनेता के संपर्क में आकर गेरुआ चोला पहनने लगा। लेकिन लोगों का कहना है कि वैराग्यानंद असल में एक अघोरी तांत्रिक है और उसका धार्मिक कर्मकांड करने वाले साधुओं से कोई वास्ता नहीं है। फिलहाल दिग्विजय सिंह जैसे साफ-सुथरी छवि वाले राजनेता का संपर्क इस अघोरी तांत्रिक से कैसे हुआ और क्या दिग्विजय सिंह ने भी इस अघोरी तांत्रिक से कोई तंत्र मंत्र की क्रिया करवाई है ये बात अभी तक जाहिर नहीं हुई है।