लोगों को धरती की अदालतों से न्याय मिलने की उम्मीद हो न हो लेकिन भगवान की अदालत पर पूरा विश्वास होता है। ग्वालियर के पास ऐसी एक अदालत लगती है। ये अदालत है देवाधिदेव महादेव की अदालत। ग्वालियर जिले से कुछ किलोमीटर दूर महाराजपुरा इलाके का गिरगांव है। यहां शिव जी का हजारों साल पुराना मंदिर है। इस मंदिर की चौपाल प़र हर रोज गांव के बड़े बुजुर्गो की पंचायत लगती है, इसमें न केवल ग्वालियर चम्बल से जुड़े मामले आते है बल्कि देश के अन्य इलाको से लोग यहाँ आते है । यहाँ मामले की सुनवाई होती है और आरोपी को महादेव के सामने शपथ दिलाई जाती है। मान्यता है कि महादेव के सामने आते ही बड़े से बड़ा आरोपी भी अपना अपराध कबूल लेता है। जिसने अपराध नहीं कबूला उसके साथ या उसके परिवार में कोई न कोई अनहोनी हो जाती है। गांव में हुए विवादों पर भी लोग थाने जाने के बजाय महादेव की शरण में आकर अपने विवाद सुलझाते हैं। अधिकांश लोग इस महादेव मंदिर मे पंचायत कर मामले निबटा लेते है । यही कारण है कि स्थानीय लोग इन्हे न्यायधिपति की तरह मानते है ।