मध्यप्रदेश में किसान हितैषी होने का दावा करने वाली कमलनाथ सरकार के साढ़े छह महीने के कार्यकाल में 71 किसानों ने आत्महत्या की है। विधानसभा में पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में सरकार ने बताया है कि 1 दिसंबर 2018 से 12 जून 2019 तक शिवपुरी में 4, अशोक नगर में 6, भिंड में 12, सागर में 13 और सीधी में सबसे ज्यादा 14 किसानों ने आत्महत्या की है। सीएम के गृह जिले छिंदवाड़ा सहित धार बड़वानी देवास और विदिशा में एक एक किसान ने आत्महत्या की है। बीजेपी के विधायक कमल पटेल के सवाल के जवाब में गृह मंत्री बाला बच्चन ने ये लिखित जानकारी दी है। वहीं बीजेपी विधायक अजय विश्नोई के सवाल के जवाब में कृषि मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि जबलपुर जिले में 2 लाख रुपए का किसी भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ है।