एमपी में अजब गजब वाकयों की कड़ी में एक और वाकया जुड़ गया है। अभी तक यहां पर बच्चों-औरतों की किडनैपिंग के मामले सुलझ नहीं पाए हैं कि भैंस की किडनैपिंग का मामला सामने आया है। ये मामला है शाजापुर का जहां पर डेरी का व्यवसाय करने वाली अंगूरबाला नाम की महिला की भैंसें कुछ लोगों ने किडनैप कर लीं और भैंसों को छोड़ने के एवज में लाखों रुपयों की फिरौती मांगी। अंगूरबाला ने इसकी रिपोर्ट पुलिस में की है। हालांकि भैंसों की किडनैपिंग का ये दूसरा मामला है जानकारी के मुताबिक साल भर पहले भी अंगूरबाला की भैंसें किडनैप कर ली गई थीं और किडनैपर्स ने भैंसों को छोड़ने के एवज में पैसे मांगे थे। एक पड़ोसी की मध्यस्थता के बाद एक लाख पैंतीस हजार की फिरौती देकर भैंसें छुड़वाई गई थीं। इस बार फिर किडनैपर्स ने भैंसों को किडनैप किया और पहले से ज्यादा रकम की मांग की लेकिन अंगूरबाला ने इस बार फिरौती देने के बजाय पुलिस के पास जाना तय किया। वहीं पुलिस इस मामले में पल्ला झाड़ते नजर आ रही है। थाना प्रभारी का कहना है कि पहले भी भैंसों की किडनैपिंग हुई थी लेकिन उस समय पुलिस से शिकायत नहीं की गई थी और अगर फरियादी महिला उस समय पुलिस में रिपोर्ट करती तो दोबारा ये घटना नहीं होती। फिलहाल पुलिस ने अंगूरबाला की शिकायत पर किडनैपर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एमपी में इनसानों की किडनैपिंग के बाद जानवरों की किडनैपिंग के भी मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में एमपी अजब है सबसे गजब है का जुमला सच साबित होता नजर आ रहा है।