मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट का दर्जा मिलते ही बाघों की मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक दिन पहले हुई दो बाघो की मौत के बाद मंगलवार को एक और बाघ की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दो दिन में हुई तीन बाघो की मौत ने वन विभाग को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है कि आखिर ऐसी घटनाये क्यों हो रही है और इसका क्या कारण है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी इन मौतों के पीछे कहीं न कहीं बाघों के बीच बाघिन को लेकर और इलाके में वर्चस्व की लड़ाई को कारण मान रहे हैं। हालांकि बाघों के शरीर पर लड़ाई के दौरान आई चोटों के निशान नहीं मिलने से एक शक ये भी गहरा रहा है कि कहीं बाघों की मौत सांप के काटने से तो नहीं हुई है। हालांकि मौत का असली कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल मृत बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया है वहीं सतना और सीधी से
डॉग स्क्वाड ने मौके पर पहुचकर जांच शुरू कर दी है।