मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि मामला आम नागरिकों से उठकर अब नेताओं तक पहुंच गया है। देवास के बागली में कांग्रेस नेता विश्राम मंडलोई की हत्या हो गई है। मंडलोई बागली कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष रह चुके हैं और कांग्रेस की ओर से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। जानकारी के मुताबिक विश्राम मंडलोई अपने खेत पर सोए थे और अज्ञात हत्यारों ने धारदार हथियारों से हमलाकर उनकी हत्य कर दी। घटना उदयनगर थाने के निमनपुरा गांव की है। पुलिस फिलहाल हत्यारों की तलाश में जुटी है लेकिन इस घटना ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। कल ही रीवा में बीजेपी नेता ज्ञान सिंह की भी धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई थी और उसके हत्यारे भी अभी पकड़े नहीं गए हैं।