पंद्रह साल पहले कंगाली में डूबी दिग्विजय सरकार ने प्रदेश भर के हजारों दैनिक वेतन भोगियों को बजट नहीं होने का बहाना करके हटाया था। अब प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार है और फिर से दैनिक वेतन भोगियों की नौकरी पर संकट आ खड़ा हुआ है। ताजा मामला अशोक नगर का है जहां पर ऐतिहासिक नगरी चंदेरी में पिछले 17 सालों से दैनिक वेतन भोगी के तौर पर काम कर रहे लगभग 50 कर्मचारियों को पुरातत्व विभाग ने एक आदेश जारी करके हटा दिया गया। इस आदेश के बाद इन सभी कर्मचारियों के परिवारों पर आर्थिक संकट आ गया है। इस तरह अचानक नौकरी से हटाए जाने के बाद इन दैनिक बेतन भोगी कर्मचारियों का गुस्सा पुरातत्व विभाग के अधिकारियों पर फूटा और इन सभी कर्मचारियों ने धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की। इन सभी लोगों ने विरोध स्वरूप मुंडन भी कराया और नौकरी पर वापस नहीं लेने पर परिवार सहित आत्महत्या की धमकी भी दी है। वहीं अधिकारी बजट न होने के कारण इन कर्मचारियों को हटाने की बात कह रहे हैं।