प्रदेश के मुखिया कमलनाथ सरकारी अस्पतालों की हालत सुधारने के लिए भले ही कितने ही प्रयास कर रहे हों। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि प्रदेश के अस्पतालों में जिंदा बच्चों को भी मृत घोषित कर दिया जाता है। मामला गंज बासौदा के राजीव गांधी जन चिकित्सालय का है। जहाँ रश्मि मालवीय नाम की एक प्रसूता ने बच्ची को जन्म दिया। लेकिन डिलीवरी कराने वाली नर्सों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद रात भर बच्ची यूं ही रखी रही। पर जब सुबह बच्ची के परिजन उसे दफनाने ले जा रहे ते तब उन्हें बच्ची के शरीर में हलचल दिखाई दी। तब परिजनों ने बच्ची को विदिशा अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ उसे आईसीयू में रखा गया है। वहीं मामले की खबर लगते ही विधायक लीना जैन और महिला आयोग सखी रीता भावसार मौके पर पहुँची और पूरे मामले को संज्ञान में लिया। जबकि इस मामले पर अस्पताल के डॉक्टर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।