भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 21 जून 2015 से विश्व योग दिवस की शुरूआत किए जाने के साथ ही रायसेन में भी योग से प्रेरित होकर रायसेन किले की ऊंची पहाड़ी पर नियमित रूप से पिछले 3 साल से ज्यादा समय से रायसेन फोर्ट क्लब के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन सुबह 6 बजे से योग आसानों का अभ्यास किया जा रहा है। जब रायसेन फोर्ट क्लब के सदस्यों ने किले की पहाड़ी पर योग अभ्यास करना शुरू किया था तब सदस्यों की संख्या कम थी लेकिन फिर योग अभ्यास से प्रेरित होकर अन्य शहर के लोग भी योग अभ्यास करने के लिए जुड़ते चले गए और वर्तमान में किले पर बड़ी संख्या में लोग योग करने के लिए पहुंच रहे है। आप को बता दे कि रायसेन किला करीब 1500 फीट ऊंचाई पर स्थित है और किले पर पहुंचने के लिए 250 से ज्यादा सीढिय़ा चढ़कर पहुंचना होता है। किले की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए इन सीढिय़ों को चढ़ पाना युवाओं के लिए भी मुश्किल होता है लेकिन शुरूआती दिनों में योग अभ्यास करने पहुंचे गंभीर बीमारियों का सामना कर रहे ऐसे लोग जिनका बिस्तर से उठ पाना भी मुश्किल था लेकिन अब प्रतिदिन योग अभ्यास करने के लिये ऊंची पहाड़ी पर पहुंचते है और वो योग करने के बाद पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए है। रायसेन फोर्ट क्लब के सदस्यों में सभी वर्ग के लोग जुड़े है जिसमें डाक्टर, एडवोकेट,युवा,व्यापारी शामिल है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें सेवा निवृत्त कर्मचारी और ऐसे लोग भी शामिल है जिनका हार्ट अटैक तक का ऑपरेशन हो चुका है,लेकिन उनके द्वारा प्रतिदिन योग करने के बाद नया जीवन मिला है और वो पूरी तरह स्वस्थ्य है और अब अन्य लोगों को भी योग करने के लिए प्रेरित कर रहे है।