मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर कार्यक्रम रखे गए लेकिन मध्यप्रदेश शासन और जनजाति कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित इन कार्यक्रमों के कांग्रेसीकरण के आरोप लगाए जा रहे हैं। जिला पंचायत की अध्यक्ष कांता ठाकुर का आरोप है कि आमंत्रण पत्रों में न तो आदिवासी समाज के महापुरुषों के नाम और चित्र लगाए गए हैं और न तो आदिवासी समुदाय के दूसरे जनप्रतिनिधियों के नाम दिए गए हैं बल्कि कांग्रेस के अलावा दूसरे जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की गई है। जिला पंचायत की अध्यक्ष और आदिवासी समाज से होने के बावजूद कांता ठाकुर का नाम आमंत्रण पत्र में नहीं है और प्रोटोकाल का उल्लंघन किया गया है। कांता ठाकुर ने इसे आदिवासी जनप्रतिनिधि और महिला का अपमान बताया है। कांता ठाकुर सहित कई आदिवासी जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम का विरोध और बहिष्कार किया है।