बेटी की विदाई हर पिता का सपना होता है पर जिस बेटी का पिता ही ना हो उस परिवार के लिए बेटी की विदाई ही एक सपना है। पर ऐसे ही परिवारों के सपनों को पूरा करने के लिए एक दानवीर कर्ण इस कलयुग में भी मौजूद हैं। इनका नाम है महेश सवाणी। महेश गुजरात के सूरत के रहने वाले हैं। और हर साल ऐसी सैकड़ों लड़कियों का विवाह कराते हैं। जिनके पिता नहीं हैं। इस बार भी 23 दिसंबर का दिन सूरत के लिए ऐसा ही दिन था। जिसके गवाह बने news live mp cg के संवाददाता हेमंत गर्ग। इस दिन 261 ऐसी लड़कियों का सामूहिक विवाह हुआ। जिनके पिता उन लड़कियों को छोड़कर इस संसार से जा चुके हैं। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ,प्रख्यात सन्त रमेश जी ओझा,मनिंदर सिंह बिट्टा, राज्य और केंद्र के कई मंत्रियों सहित अनेक सिलेब्रिटी शामिल हुए। इस आयोजन में आने वाले सभी लोगों की सुख सुविधाओं का ख्याल रखते हुए पूरे इंतजाम किए गए थे। कार्यक्रम में भारी भरकम पंडाल के नीचे सारे रीति रिवाजों के साथ सभी धर्म के जोड़ों का विवाह कराया गया। इसमें चाऱ जोड़े ऐसे भी थे। जिसमें लड़का तथा लड़की एचआईवी से पीड़ित थे। और महेश भाई ने इन्हें गोद लिया हुआ था। विवाह संपन्न होने के बाद महेश भाई सभी बच्चियों से मिले और गले लगाकर उनको आशीर्वाद दिया।