4 साल पहले शुरू हुए साँई रोटी कपड़ा बैंक ने अपना एक मुकाम हासिल किया है… जिसमें देवेंद्रनगर के 20 से 25 किलोमीटर दूरी पर बसे गांवों के लोग हर रविवार को अपनी जरूरत की सामग्री पा रहे हैं… बता दें कि लोग अपने-अपने घरों की नई पुरानी सामग्री जैसे जूता चप्पल बैग बस्ता चूड़ी कंगन खिलौने,बर्तन, ओढ़ने,-बिछाने और पहनने के कपड़े,खाने की सामग्री इत्यादि संस्था में पहुंचा रहे हैं… और विशेष बात कि अब लोग साईंकपड़ा बैंक के माध्यम से अपने सुख-दुख बांटने का प्रयास भी करते है… आए हुए जरूरतमंद और गरीबों के बीच अपना जन्मदिवस शादी की सालगिरह जैसे कोई भी सुख दुख के मौके पर संस्था पहुँचकर कर अपनी सेवाएं दे रहे है… जो समाज के लिए एक नया संदेश है…