मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने कुछ दिन पहले ढोर चराने और बैंड बाजा बजाने के कोर्स चालू करने की घोषणा की थी उसी कड़ी में अब सरकार पुजारियों को टेंपल मैनेजमेंट यानी मंदिर का प्रबंधन कैसे करें इस बारे में ज्ञान देने जा रही है। जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में टेंपल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट खोला जाएगा। इंजीनियरिंग की ब्रांचों की तर्ज पर टेंपल मैनेजमेंट में भी . पूजा पद्धति, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर और विकास
– मंदिर की कार्यप्रणाली, अधिकार और स्वायत्तता
– मंदिर की धार्मिक सामाजिक जिम्मेदारी
– मंदिर का इतिहास विरासत और कला संस्कृति जैसी छह ब्रांचों के जरिए पढ़ाई होगी। प्रदेश के आध्यात्म विकास विभाग में इसकी योजना बन गई है और कोशिश है कि इसके लिए रकम केंद्र सरकार से मांगी जाए। वित्त आयोग को इसकी डीपीआर भी भेज दी गई है। ये तो हुई टेंपल मैनेजमेंट की बात, इसके अलावा कमलनाथ सरकार अब प्रदेश के आदिवासियों को मनी मैनेजमेंट भी सिखाने की तैयारी कर रही है। प्रदेश के आदिवासी ब्लॉक्स में खासतौर पर वित्तीय साक्षरता के नाम से कार्यक्रम चलाया जाएगा जिसमें आदिवासियों को खर्च, सेविंग्स, एटीएम और पासबुक का उपयोग, जन-धन खातों जैसी बातों की जानकारी दी जाएगी। 16 अगस्त से 15 सितंबर तक एक महीने चलने वाले इस प्रोग्राम में खासतौर पर आदिवासी युवाओं को जोड़े जाने की योजना है। कृषि विस्तार अधिकारी, ग्राम पंचायत के सचिव या रोजगार सहायक और बैंक मित्रों के जरिए ये साक्षरता कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। कहा जा रहा है इस कार्यक्रम के जरिए आदिवासी वोट बैंक को साधने में भी मदद मिलेगी।