एक तरफ दहकते अंगारे और दूसरी तरफ बयालीस दूल्हे. जिन्हें आग उगलते इन अंगारों की कोई परवाह नहीं है. सरपट भागते हुए वो इस दहकते हुए रास्ते को पार कर जाते हैं. एक के बाद एक 42 दूल्हे ऐसा करते हैं. जिसके बाद आम लोगों के लिए अंगारों भरा ये रास्ता खोल दिया जाता है. दरअसल रतमान की हुसैन टेकरी पर हर साल मातम ए खंदक शूल का आयोजन होता है. जिसमें शिरकत करने देश विदेश से लोग आते हैं. गर्म अंगारों पर चल कर अल्लाह पाक से अपनी मुरादें पूरी करने की अर्जी लगाते हैं.
प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री आरिफ अकील ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की. अकील ने कहा कि बहुत जल्द यहां मदरसा और अस्पताल बनेगा. साथ ही धार्मिक स्थलों से अतिक्रमण भी हटाया जाएगा.
इस मौके पर हुसैन टेकरी पर कई नजारे दिखे. एक तरफ दहकती चूल पर चलते लोग थे तो दूसरी तरफ बेतहाशा झूमते लोग. जो बुरी आत्माओं से निजात पाने टेकरी की शरण में आए थे