शीला दीक्षित के नृतत्व में लगातार पंद्रह साल दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव में यहां अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी. इस बार भी जो खबरें आ रही हैं उसके हिसाब से कांग्रेस कुछ खास कमाल करती नजर नहीं आ रही है. सट्टा बाजार ने तो कांग्रेस को बमुश्किल चार से पांच सीटे ही दी हैं. यानि सट्टा बाजार ने इतना इशारा तो कर दिया है कि कांग्रेस का खाता इस बार दिल्ली में जरूर खुलेगा लेकिन बड़ा आंकड़ा शायद ही मिल सके. यानि सट्टा बाजार ने तो कांग्रेस के लिए कुछ अच्छे संकेत दिए नहीं हैं. हालांकि कांग्रेस का खुद का दावा है कि 70 में से एक दर्जन सीटें कांग्रेस के खाते में जाएंगी. और अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस पार्टी दिल्ली में किंग मेकर बनेगी. अब देखना ये है कि कांग्रेस का खुद का सर्वे सही साबित होता है या फिर सट्टा बाजार की भविष्यवाणी.