शाहीन बाग में धरना दे रहे लोगों को चालीस दिन से ज्यादा का वक्त हो गया. न घर की चिंता, न परिवार की फिक्र, न दोनों टाइम के खाने के बंदोबस्त की जद्दोजहद. बस धरने पर अड़े हुए हैं. लेकिन कोई भी जंग बिना खाए पिए तो नहीं जीती जा सकती. तो फिर क्या ये लोग बिना खाए पिए चालीस दिन से ज्यादा का वक्त गुजार रहे हैं. जी नहीं बिलकुल नहीं. इनके खाने पीने के इंतजाम के लिए पूरी फौज काम कर रही है. यकीन न होतो इस वीडियो को देख लीजिए. ये वीडियो ट्विटर पर वायरल है. जिसमें खाने का सामान पैक करने के लिए कई लोग तेजी से जुटे हुए हैं. क्या बच्चे, क्या बड़े क्या बूढ़े सब अपना फर्ज समझ कर खाना पैक करने की ड्यूटी निभा रहे हैं. ये वीडियो बना तो इसलिए था कि इस खाने का लालच देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को आकर्षित कर सकें ताकि वो भी शाहीन बाग में जाकर संख्या बल बढ़ा सकें. लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ शाहीन बाग के लोगों की पोल खुल गई. लोग तो वीडियो देकर ये भी कह रहे हैं कि इतना लजीज और हैल्दी खाना हर रोज मिले तो उन्हें भी धरना देने से कोई ऐतराज नहीं. अब आप ही बताईए इस वीडियो को देखकर आप क्या सोचते हैं. कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर कीजिए.