हरियाणा में दुष्यंत चौटाला ने डिप्टी सीएम का पद स्वीकार तो कर लिया है. पर कौन जाने उनका ये फैसला उनके लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है या फिर मुश्किलों का सबब बना है. हालांकि शुरूआती दौर में तो यही लगा था कि चौटाला हरियाणा के किंगमेकर बन रहे हैं. बने भी और परिवार के लिए खुशखबरियां भी लाए. उनके पिता को लंबे अरसे बाद सलाखों के पीछे से बाहर आने का मौका मिला है. पर चौटाला से बीजेपी का गठबंधन आने वाले वक्त में मुश्किलें खड़ी कर सकता है. दरअसल हरियाणा का जाट समाज बीजेपी से खासा नाराज बताया जा रहा था. चौटाला परिवार ने वोट मांगते समय ये दावे भी किए कि कुछ भी हो जाए बीजेपी से समझौता नहीं करेंगे. लेकिन चुनाव जीतते ही सारे वादे तोड़ दिए. जिसके बाद सोशल मीडिया पर चौटाला के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की जा रही है. खासतौर से जाट समाज जमकर कमेंट्स कर रहा है. आंकलन ये भी है कि आने वाले चुनावों में जाट समाज कांग्रेस को ही चुने. यानि आज की गलती अगले चुनाव में बीजेपी और जेजेपी को भारी पड़ सकती है.