ग्वालियर में 400 कमरों के महल के मालिक ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली में किराये के घर में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव हार चुके सिंधिया को सरकारी बंगला खाली करना पड़ेगा। आपको बता दें कि सिंधिया परिवार के पास दिल्ली में पिछले 33 सालों से 27 सफदरजंग रोड का सरकारी बंगला है। 1986 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया को राजीव गांधी सरकार में रेल मंत्री रहते हुए यह बंगला आवंटित हुआ था। 2001 में माधवराव सिंधिया के निधन के बाद सांसद बने ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह बंगला अलॉट हो गया था, तब से यह बंगला ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास था। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब सिंधिया सांसद नहीं रहे तो उन्हें इस बंगले में रहने की पात्रता नहीं है। हालांकि दिल्ली में सिंधिया खानदान की कई प्रॉपर्टीज़ हैं लेकिन उनके मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा है। जानकारी मिली है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली के लुटियन्स ज़ोन में बंगला तलाश रहे हैं और जल्द ही वे सरकारी बंगला छोड़कर इस लाखों रुपए महीने किराए वाले बंगले में शिफ्ट होंगे।