दमोह कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की कार्यशैली किसी से छिपी नहीं है,तेज गर्मी में जिला मुख्यालय छोड़कर कभी साइकिल चलाकर तो कभी शासकीय वाहन से ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय योजनाओ की समीक्षा करना और ग्रामीणों के बीच पंहुचकर लोगों की समस्याओं का निराकरण करना कलेक्टर नीरज कुमार की दिनचर्या बन गई है।मीडिया द्वारा पिछले दिनों आदिवासी अंचल में जलसंकट की भयावह स्थिति की लगातार खबरें दिखाए जाने के बाद आज जिला कलेक्टर ने घोघरा और चोरइया ग्राम पंचायतों का गांव का दौरा कर आदिवासियों के बीच पंहुचकर उनकी समस्याओं को सुना साथ ही जलसंकट की स्थिति का जायजा लेने जंगल मे पैदल ही चलकर तालाबों और जलाशयों का निरीक्षण कर कर्मचारियों को जलसंकट दूर करने के निर्देश दिए साथ ही बंजारा टोला गांव में 2 नए नलकूपों के लिये भी phe विभाग को निर्देश दिए ,कलेक्टर को अपने बीच पाकर आदिवासी और बंजारा समाज के लोगों ने कई समस्याओं को सामने रखा