मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती को लेकर पूरे प्रदेश में बीजेपी ने चिमनी और कैंडल मार्च निकाला। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शुजालपुर में कैंडल मार्च निकालकर प्रदेश सरकार को घेरा। वहीं कमलनाथ सरकार ने इस बात की पूरी कोशिश की कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कहीं भी बिजली गुल न हो जाए। बिजलीॉए कंपनी ने हर ट्रांसफार्मर के फ्यूज बदल दिए और जगह जगह लाइनमैन की लगाई स्पेशल ड्यूटी लगाई गई। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शाम 6.45 बजे शुजालपुर पहुंचे। उन्होंने पहले पूर्व विधायक व जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन रहे नेमीचंद जैन के घर जाकर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। इसके बाद शिवराज ने मंडी स्थित दुर्गा मंदिर के सामने से कैंडल मार्च में शामिल होकर भाजपा नेताओं के साथ करीब आधा किलोमीटर तक पैदल चलते हुए कटौती को लेकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। केंडल मार्च बस स्टेंड, एमजी रोड होते हुए टेम्पो चौराहा पर 7:15बजे पहुँचा। यहां सभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि कमलनाथ सरकार तबादलों में लगी हुई है और प्रदेश की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है।कानून व्यवस्था पर भी शिवराज सिंह ने सवाल उठाए। इस दौरान मुख्य रूप से शुजालपुर विधायक इंदर सिंह परमार साथ रहे।बिजली कंपनी ने किया विशेष इंतजाम भाजपा के बिजली कटौती पर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान कैंडल मार्च जहां-जहां से गुजरना था, वहां पहले ही बिजली विभाग का अमला तैनात रहा।राह में पडने वाले किसी भी ट्रांसफार्मर से विद्युत प्रदाय बंद न हो इसलिए दोपहर 2 बजे से रास्ते के सभी 5 ट्रांसफार्मर दुर्गा मंदिर, पुलिस चौकी, पुरानी इंदौर बैंक के पास, एटीएम चौराहा व रोकडीया हनुमान चौक के समीप लगे ट्रांसफार्मर के फ्यूज बदल दिए गए। इन सभी ट्रांसफार्मरों पर लाइनमैन के साथ ही एक सहयोगी की ड्यूटी भी लगाई गई ताकि अकस्मात फाल्ट आने की स्थिति में तत्काल सुधार किया जा सके। बिजली कंपनी के उपयंत्री शहर राजीव पटेल ने इसकी पुष्टि की।